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सूरत: लुटेरों ने बुजुर्ग की हाथ-पैर बांधकर की हत्‍या, वारदात CCTV में हुई कैद

सूरत: लुटेरों ने बुजुर्ग की हाथ-पैर बांधकर की हत्‍या, वारदात CCTV में हुई कैद

सूरत में लुटेरों ने बुजुर्ग की हाथ-पैर बांधकर की हत्‍या,

बदमाशों ने पहले बुजुर्ग के हाथ-पैर बांधे उसके बाद उनकी हत्‍या (Murder) कर दी. ये पूरी वारदात सीसीटीवी (CCTV) में कैद हो गई है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. शुरुआती जांच में ये पूरा मामला डकैती का लग रहा है.

विज
सूरत. गुजरात के सूरत (Surat) में एक ओर जहां कोरोना (Corona) संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर अपराध (Crime) भी तेजी से बढ़ रहे हैं. सूरत में कोरोना के चलते रात में नाइट कर्फ्यू लगाय गया है. इस दौरान केवल पुलिस ही सड़कों पर मौजूद है, इसके बावजूद बदमाशों ने एक घर में घुसकर न केवल एक बुजुर्ग की हत्‍या कर दी बल्कि घर का सारा सामान भी लूटकर ले गए. बदमाशों ने पहले बुजुर्ग के हाथ पैर बांधे उसके बाद उनकी हत्‍या कर दी. ये पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.

जानकारी के मुताबिक सूरत के डुमस इलाके में कंडी फलिया भूपिन भाई पटेल अकेले ही रहा करते थे. शुक्रवार देर रात उनके घर पर कुछ बदमाशों ने धावा बोल दिया. बदमाशों ने पहले भूमिन भाई के हाथ और पैर बांधे और फिर घर का एक एक कोना छाना. इस दौरान जब भूमिन भाई ने शोर मचाना चाहा तो बदमा


अगले दिन भोपिन की मां जब घर पहुंची तो देखा कि घर का सारा सामान बिखरा पड़ा है और भोपिन गिरे हुए हैं. इसके बाद उन्‍होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शुरुआती जांच में ये पूरा मामला डकैती का लग रहा है.



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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया था. पुलिस ने कहा कि बदमाशों को पता था कि भोपिन घर पर अकेले हैं. इससे लगता है कि इस साजिश के पीछे किसी जानकार का हाथ है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

First published: April 3, 2021, 8:24 AM IST
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अहमदाबाद: कोरोना को रोकने के लिए सरकार ने लिए 7 अहम फैसले, एक रुपये में मिलेगा मास्क

Coronavirus Gujrat: मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने राज्य के 8 महानगरीय निगमों में 500-500 बिस्तर वाले कोविड सेंटर खोलने का फैसला लिया है.

अहमदाबाद: कोरोना को रोकने के लिए सरकार ने लिए 7 अहम फैसले, एक रुपये में मिलेगा मास्क

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी

अहमदाबाद. कोरोना के संक्रमण (Coronavirus)  पर लगाम लगाने के लिए गुजरात सरकार ने 7 अहम फैसले लिए हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की अध्यक्षता में कोर कमेटी की एक बैठक हुई. इस बैठक में कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने का भी फैसला लिया गया है. साथ अब लोगों को सिर्फ एक रुपये में मास्क बांटे जाएंगे.

60% ऑक्सीजन चिकित्सा सुविधाओं के लिए रिजर्व
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बैठक में फैसला लिया गया है कि राज्य में ऑक्सीजन के निजी उत्पादकों को कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए 60 प्रतिशत ऑक्सिजन देना होगा. उत्पादन की आपूर्ति का केवल 40 प्रतिशत वे औद्योगिक इस्तेमाल के लिए दे सकते हैं.

8 शहरों में 500 वेड वाले कोविड सेंटरमुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने राज्य के 8 महानगरीय निगमों में 500-500 बिस्तर वाले कोविड सेंटर खोलने का फैसला लिया है. इसकी जिम्मेदारी 8 IAS-IFS अधिकारियों को दी गई है. ऐसे कोविड हेल्थकेयर सेंटर के लिए अधिकतम दो हजार प्रति दिन लिए जाएंगे. इस चार्ज में रेमेडिविविर इंजेक्शन की लागत शामिल नहीं है यानी इस तरह के इंजेक्शन का अलग से चार्ज किया जाएगा.


कम पैसे में दवाई
मुख्यमंत्री विजयभाई रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल ने राज्य के सोला सिविल अस्पताल, एसवीपी का दौरा किया. अस्पताल अहमदाबाद, गुजरात कैंसर सोसायटी अस्पताल के साथ-साथ एल.जी. और नागरी अस्पताल अहमदाबाद ने कोर कमेटी में एक अहम निर्णय भी लिया है कि इन सभी अस्पतालों में कोरोना संक्रमणों के लिए उपचार के लिए अगले तीन से पांच दिनों में संबंधित अस्पतालों के मेडिकल स्टोरों से नो-प्रॉफिट, नो लॉस के आधार पर दवा दी जाएगी.

एक रुपये में एक मास्क
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क जरूरी है. इतना ही नहीं, सही और उचित मास्क पहनने से संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि राज्य सरकार निकट भविष्य में सभी APMC और Aml पार्लरों से ट्रिपल लेयर मास्क प्रदान करेगी. ये मास्क सिर्फ एक रुपये में मिलेगा.
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गुजरात में मेहसाणा के महंत समाधि में नहीं कर सके देहत्याग, माफी मांगी और कहा- मैं भक्ति छोड़ दूंगा

Mehsana Mahant Saptsun: महंत का जन्म 4-4-1971 को हुआ था और उनके द्वारा यह घोषणा की गई थी कि उनकी अंतिम तिथि यानी समाधि 4-4-21 को होगी.

गुजरात में मेहसाणा के महंत समाधि में नहीं कर सके देहत्याग, माफी मांगी और कहा- मैं भक्ति छोड़ दूंगा

गुजरात: मेहसाणा के महंत समाधि में देहत्याग नहीं कर सके.

अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद से 80 किलोमीटर दूर मेहसाणा तालुका के छठीयादा गांव में शब्द संशोधन केंद्र आश्रम के महंत शप्त सुने ने रविवार रात 11 बजे समाधि लेने की घोषणा की थी. हालांकि इस घटना का एक नाटकीय अंत हुई और वह समाधि नहीं ले सके.

'मैं भक्तों से माफी मांगता हूं'
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महंत रात्रि 10 से 11 बजे तक मंच पर ध्यान में बैठे रहे, लेकिन घंटों बाद भी समाधि लीन नहीं हुए... यानी प्राण शरीर से नहीं गये. जिसके बाद महंत ने कहा, "अब एक गड्ढा बनाओ मैं उसमें समाधि लेने के लिए तैयार हूं. मुझे स्वाभाविक रूप से लगा कि जीव चला जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मैं भक्तों से माफी मांगता हूं. मैं कोई भी कानूनी सजा भुगतने को तैयार हूं. अब मैं भक्ति छोड़ दूंगा. मैं आज की घटना से बहुत दुखी हूं. कुछ भी करके मुझे समाधि दो." महंत ने अनुयायिओं से इस तरह की अपील की.

विज्ञान जाथा ने की एक्शन लेने की मांगइस घटना के बाद विज्ञान जाथा और गांव के तलाटी की टीम ने इस ढोंगी महंत के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की. एक बातचीत में विज्ञान जाथा के जयेश पंड्या ने कहा, "कोई अपने तरंगों के कारण देहत्याग की घोषणा करके हजारों लोगों को भ्रमित करने और अंधविश्वास फैलाने के लिए उन्हें माफ नही कर सकते. सबसे पहले वही अपराधी है जिसने उसके समाधि लेने की घोषणा की है. आज हम विज्ञान जाथा एसपी और कलेक्टर से मिल कर पहले इसके खिलाफ मामला दर्ज करने को बोलेंगे, हम वादी बनने के लिए तैयार हैं. कोरोना गाइडलाइंस के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए इतने लोगों को बिना किसी मंजूरी के इकट्ठा किया. अगर कोई आम आदमी है, अगर सिस्टम उसके खिलाफ कार्रवाई करता है, तो ऐसी घटनाओं में भी कार्रवाई होनी चाहिए."


परिवार ने विरोध किया
उल्लेखनीय रूप से, छठीयादा गांव के महंत ने 4 अप्रैल को समाधि लेने की घोषणा की थी. 4 अप्रैल को समाधि कार्यक्रम के लिफाफे भी छपे. पत्रिका में 3, 4 अप्रैल को विभिन्न कार्यक्रमों का भी उल्लेख है. सत्य संशोधन केंद्र कबीर धाम के महंत ने दो साल पहले इस मामले में घोषणा की थी. हालांकि, महंत के परिवार के सदस्यों ने अपील की कि महंत को देहत्याग करके समाधि नहीं लेनी चाहिए. देश को ऐसे महापुरुष की जरूरत है इसलिए हमने महंत से समाधि न लेने की अपील की. हालांकि, मौके पर मौजूद जिला पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि महंत किसी भी तरह का गड्ढा खोदकर समाधि नहीं ले रहे.

देर रात तक पुलिस दल घटनास्थल पर था
समाधि की चर्चा के बाद पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस से पूछा गया कि समाधि एक तरह के अंध विश्वास को बढ़ावा देती है और एक तरह से आत्महत्या है. क्या तब उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी. इसके जवाब में, पुलिस ने कहा कि दम घुटने की प्रक्रिया आत्महत्या का मामला नहीं. यह उनकी धार्मिक भावनाओं में से एक है. उनके खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती. इसके अलावा, पुलिस दल देर रात तक परिसर में बना रहा. डीवाईएसपी भक्तिबा ठाकरे ने रविवार देर रात कहा, "अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हम सोमवार को इस बारे में सूचित करेंगे."
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2018 में ही समाधि की बात की गई थी
छठीयादा गांव के महंत ने अपनी समाधि की तिथि की घोषणा की थी. उन्होंने अपनी समाधि की तारीख आज नहीं बल्कि वर्ष 2018 में अहमदाबाद के वाडज में एक समारोह में की थी. उनका जन्म 4-4-1971 को हुआ था और उनके द्वारा यह घोषणा की गई थी कि उनकी अंतिम तिथि यानी समाधि 4-4-21 को होगी. 4 तारीख को 10 बजे 11 बजे समाधि होगी ऐसा दावा तब महंत ने किया था.
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'तारक मेहता...' फेम एक्टर सट्टे में हार गया 30 लाख रुपए, कर्ज चुकाने के लिए शुरू कर दी चेन स्नैचिंग

क्रिकेट सट्टा की लत के चलते लाखों रुपए हारने के बाद 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' फेम एक्टर ने उधार चुकाने के लिए अपराध का रास्ता अपनाया और एक्टर से चोर बन गया. जिसके बाद खाली सड़कों पर उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर चेन स्नैचिंग शुरू कर दी.

'तारक मेहता...' फेम एक्टर सट्टे में हार गया 30 लाख रुपए, कर्ज चुकाने के लिए शुरू कर दी चेन स्नैचिंग

चोरी के आरोप में पकड़ा गया एक्टर 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में भी काम कर चुका है. (प्रतीकात्मक)

मुंबईः टीवी जगत के फेमस शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में काम कर चुका एक्टर चेन स्नैचिंग के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा है. इस शख्स का नाम मिराज है, जिसने 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में भी काम किया है. क्रिकेट बेटिंग की लत के चलते लाखों रुपए हारने के बाद एक्टर ने उधार चुकाने के लिए अपराध का रास्ता अपनाया और एक्टर से चोर बन गया, जिसके बाद खाली सड़कों पर उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर चेन स्नैचिंग शुरू कर दी.

रांदेर पुलिस ने एक मुखबिर से मिली सूचना के बाद रांदेर भेसान चौराहे के पास एरिया कोर्डन करके मिराज वल्लभदास कापड़ी और वैभव बाबू जादव को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से पुलिस ने 3 सोने की चेन, 2 मोबाइल और चोरी की बाइक बरामद की है. दोनों के पास से 2 लाख 54 हजार की कीमत का माल बरामद किया गया है. आरोपी वैभव और मिराज जूनागढ़ के रहने वाले हैं.
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ये भी पढ़ेंः अक्षय कुमार कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हॉस्पिटल में हुए एडमिडपुलिस के मुताबिक, सुनसान सड़कों पर महिलाओं को निशाना बनाकर उनके गले से चेन छीनकर भाग निकलते थे. पकड़े जाने के बाद दोनों ने अपने पर लगे आरोपों को कुबूल भी कर लिया है. वैभव और मिराज पर महिधरपुरा, उधना और रांदेर पुलिस थानों में मामले भी दर्ज हैं. आरोपियों ने खुद पर लगे आरोप कुबूल करते हुए बताया कि सट्टे में 25 से 30 लाख हारने के चलते उनके ऊपर कर्ज था, जिसे चुकाने के लिए उन्होंने ये तरीका अपनाया है.
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